पढक्कू की सूझ
नए शब्द पढ़क्कू तर्कशास्त्र गढ़ते रोज़ फि़क्र बैल कोल्हू मालिक गजब निश्चय भेद तनिक पूँँछ कोरे बेवकूफ मंतिख गर्दन बूँँद साँँझ शब्दार्थ शब्द अर्थ रोज़ दिन गढ़ता बनाता फि़क्र चिंता निश्चय पक्का ढब तरीका भेद रहस्य पागुर जुगाली तनिक थोड़ा कोरा खाली बेवकूफ मूर्ख मंतिख तर्कशास्त्र साँँझ शाम ज्ञान शिक्षा ,सीख। प्रश्न उत्तर प्रश्न 1 'पढ़क्कू की सूझ' कविता के कवि का नाम बताओ उत्तर रामधारी सिंह दिनकर अपना तरीका 1.मगर बूँद भर तेल साँझ तक क्या तुम पाओगे उत्तर मगर शाम तक एक बूंँद भी तेल क्या तुम पा सकोगे? 2. बैल हमारा नहीं अभी तक मंतिख पढ़ पाया है। उत्तर :- हमारे बैल ने अभी तर्कशास्त्र नहीं पढ़ा है। 3.सिखा बै...