दोस्त की पोशाक
शब्दार्थ
1. मामूली :-साधारण
2.पोशाक :-वस्त्र
3. मुलाकात:- मिलना
4. बनठन:- तैयार होकर ,सज संवर कर 5.जरूरी :-आवश्यक
6. गर्मजोशी:- बहुत ज्यादा उत्सुकता से
7.परिचय:- जान पहचान करवाना।
नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो
प्रश्न-1 नसीरुद्दीन के दोस्त का नाम क्या था?
उत्तर :-जमाल साहब
प्रश्न 2 गपशप करने के बाद नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त से क्या कहा?
उत्तर नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त से कहा चलो मोहल्ले में घूम कर आते हैं।
प्रश्न 3 नसीरुद्दीन का दोस्त लोगों से क्यों नहीं मिलना चाहता था?
उत्तर :-नसीरुद्दीन के दोस्त ने अच्छी पोशाक नहीं पहनी थी।
प्रश्न 4 नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त को घूमने के लिए कैसे तैयार किया?
उत्तर:- नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त जमाल साहब को एक सुंदर अचकन देकर घूमने के लिए तैयार किया।
प्रश्न 5 नसीरुद्दीन और उसका दोस्त कितने लोगों से मिले?
उत्तर नसीरुद्दीन और उसका दोस्त कुल 3 लोगों से मिले।
प्रश्न 6. तुम बनठन कर कहाँँ- कहाँँ जाते हो?
उत्तर:- हम बनठन कर बाजार ,पार्टी और शादियों में जाते हैं।
प्रश्न 7 तुम किस किस तरह से बनते ठनते हो?
उत्तर:- हम अच्छे कपड़े पहनते हैं ,अच्छे से तैयार होते हैं।
मुहावरों का अर्थ बताकर वाक्य प्रयोग करें 1.घड़ों पानी पड़ना:-( शर्मिंदा होना)
वाक्य:- राम की बात सुनकर मानो श्याम पर घड़ों पानी पड़ गया ।
2. मुँँह फुलाना:-( नाराज होना )
वाक्य:-वह तो छोटी-छोटी बातों पर मुँँह फुला लेता है।
3. ईंट से ईंट बजाना (विनाश करना)
वाक्य :-भगवान राम ने सोने की लंका की ईंट से ईंट बजा दी ।
4.रोंगटे खड़े होना (डर जाना)
वाक्य:- रात को एक साया देख कर मेरे रोंगटे खड़े हो गए ।
5.दाँँतो तले उंगली दबाना (हैरानहोना)
वाक्य :-उसकी चित्रकारी देखकर मैंने अपने दांतो तले उंगली दबा ली।
6.अंधे की लाठी (बेसहारा के लिए सहारा) वाक्य :-श्याम अपने चाचा की अंधे की लाठी है
7.आँँखों का तारा (बहुत प्यारा)
वाक्य:- राम तो बिल्कुल आँँखों का तारा लगता है।
8.सिर मुंडाते ही ओले पड़ना (नया काम शुरू करते ही विघ्न पडना)
वाक्य:- रमेश ने जैसे ही पढ़ना शुरू किया लाइट भाग गई यह तो वही बात हुई सिर मुंडाते ही ओले पड़ना ।
9.ऊँँट के मुँँह में जीरा (बहुत थोड़ा)
वाक्य:- भूखे शेर के सामने एक मेंढक आना ऊँँट के मुँँह में जीरे के बराबर है।
10.दीया तले अँँधेरा (गुणी व्यक्ति में दोष होना)
वाक्य:- श्याम अध्यापक है परंतु उसका बेटा बहुत ही नालायक है यह तो दीए तले अँँधेरा है।
11. ईद का चाँँद (बहुत दिनों बाद दिखाई देना)
वाक्य:- राजू तुम तो बिल्कुल ईद का चाँँद हो गए हो दिखाई ही नहीं देते।
8. सिर पर बिठाना (जरूरत से ज्यादा लाड़ प्यार करना)
वाक्य:- किसी भी माता-पिता को अपने बच्चों को सिर पर नहीं बिठाना चाहिए ।
9.धूल झोंकना (धोखा देना)
वाक्य:- चोर पुलिस की आँँखों में धूल झोंककर भाग गया।
नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो
प्रश्न-1 नसीरुद्दीन के दोस्त का नाम क्या था?
उत्तर :-जमाल साहब
प्रश्न 2 गपशप करने के बाद नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त से क्या कहा?
उत्तर नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त से कहा चलो मोहल्ले में घूम कर आते हैं।
प्रश्न 3 नसीरुद्दीन का दोस्त लोगों से क्यों नहीं मिलना चाहता था?
उत्तर :-नसीरुद्दीन के दोस्त ने अच्छी पोशाक नहीं पहनी थी।
प्रश्न 4 नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त को घूमने के लिए कैसे तैयार किया?
उत्तर:- नसीरुद्दीन ने अपने दोस्त जमाल साहब को एक सुंदर अचकन देकर घूमने के लिए तैयार किया।
प्रश्न 5 नसीरुद्दीन और उसका दोस्त कितने लोगों से मिले?
उत्तर नसीरुद्दीन और उसका दोस्त कुल 3 लोगों से मिले।
प्रश्न 6. तुम बनठन कर कहाँँ- कहाँँ जाते हो?
उत्तर:- हम बनठन कर बाजार ,पार्टी और शादियों में जाते हैं।
प्रश्न 7 तुम किस किस तरह से बनते ठनते हो?
उत्तर:- हम अच्छे कपड़े पहनते हैं ,अच्छे से तैयार होते हैं।
मुहावरों का अर्थ बताकर वाक्य प्रयोग करें 1.घड़ों पानी पड़ना:-( शर्मिंदा होना)
वाक्य:- राम की बात सुनकर मानो श्याम पर घड़ों पानी पड़ गया ।
2. मुँँह फुलाना:-( नाराज होना )
वाक्य:-वह तो छोटी-छोटी बातों पर मुँँह फुला लेता है।
3. ईंट से ईंट बजाना (विनाश करना)
वाक्य :-भगवान राम ने सोने की लंका की ईंट से ईंट बजा दी ।
4.रोंगटे खड़े होना (डर जाना)
वाक्य:- रात को एक साया देख कर मेरे रोंगटे खड़े हो गए ।
5.दाँँतो तले उंगली दबाना (हैरानहोना)
वाक्य :-उसकी चित्रकारी देखकर मैंने अपने दांतो तले उंगली दबा ली।
6.अंधे की लाठी (बेसहारा के लिए सहारा) वाक्य :-श्याम अपने चाचा की अंधे की लाठी है
7.आँँखों का तारा (बहुत प्यारा)
वाक्य:- राम तो बिल्कुल आँँखों का तारा लगता है।
8.सिर मुंडाते ही ओले पड़ना (नया काम शुरू करते ही विघ्न पडना)
वाक्य:- रमेश ने जैसे ही पढ़ना शुरू किया लाइट भाग गई यह तो वही बात हुई सिर मुंडाते ही ओले पड़ना ।
9.ऊँँट के मुँँह में जीरा (बहुत थोड़ा)
वाक्य:- भूखे शेर के सामने एक मेंढक आना ऊँँट के मुँँह में जीरे के बराबर है।
10.दीया तले अँँधेरा (गुणी व्यक्ति में दोष होना)
वाक्य:- श्याम अध्यापक है परंतु उसका बेटा बहुत ही नालायक है यह तो दीए तले अँँधेरा है।
11. ईद का चाँँद (बहुत दिनों बाद दिखाई देना)
वाक्य:- राजू तुम तो बिल्कुल ईद का चाँँद हो गए हो दिखाई ही नहीं देते।
8. सिर पर बिठाना (जरूरत से ज्यादा लाड़ प्यार करना)
वाक्य:- किसी भी माता-पिता को अपने बच्चों को सिर पर नहीं बिठाना चाहिए ।
9.धूल झोंकना (धोखा देना)
वाक्य:- चोर पुलिस की आँँखों में धूल झोंककर भाग गया।
Question number 3rd does Racing ke dost ka kam kya
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